मिनिमली इनवेसिव स्पाइन सर्जरी (MISS) छोटी चीरों और विशेष उपकरणों की मदद से रीढ़ की कई सामान्य समस्याओं का इलाज करती है। मांसपेशियों को कम काटने से ऊतक-क्षति, रक्तस्राव और ऑपरेशन के बाद का दर्द कम होता है तथा अस्पताल में रहने का समय घटता है। इससे अधिकांश मरीज सामान्य दिनचर्या में जल्दी लौट पाते हैं।
कब सलाह दी जाती है?
जब दवाइयाँ, फिजियोथेरेपी और जीवनशैली में बदलाव से लाभ न मिले और स्कैन आपकी समस्या से मेल खाते हों, तब MISS पर विचार किया जाता है। यह इन स्थितियों में आम है:
- डिस्क हर्निएशन (स्लिप्ड डिस्क) से होने वाला सायटिका/बाँह का दर्द
- स्पाइनल कैनाल स्टेनोसिस (नसों पर दबाव)
- स्पोंडिलो लिस्थेसिस (कशेरुका का खिसकना)
- फैसेट/लिगामेंट का मोटा होना
- चयनित मामलों में फ्रैक्चर, इन्फेक्शन या ट्यूमर
मुख्य लाभ
- छोटी चीरे और कम मांसपेशी क्षति
- कम दर्द और कम दर्द-निवारक दवाओं की आवश्यकता
- कम रक्तस्राव और कम संक्रमण जोखिम
- अस्पताल में कम रुकना, तेजी से रिकवरी
- काम/दिनचर्या में जल्दी वापसी (प्रक्रिया के अनुसार)
आम मिनिमली इनवेसिव प्रक्रियाएँ
माइक्रोडिस्केक्टोमी
नस पर दबाव डाल रहे डिस्क के हिस्से को छोटे चीरे से निकालना। प्रायः ऐसे सायटिका दर्द में किया जाता है जिसे सामान्य इलाज से आराम न मिले।
डीकम्प्रेशन (स्टेनोसिस के लिए)
मोटे हुए हड्डी/लिगामेंट को सीमित रूप से हटाकर स्पाइनल कैनाल को चौड़ा करना ताकि दबे हुए नसों को राहत मिले। यह ट्यूब्युलर रिट्रैक्टर से किया जाता है।
MISS फ्यूज़न (TLIF/PLIF/XLIF)
अस्थिर सेगमेंट को छोटे चीरे से स्क्रू/केज लगाकर स्थिर करना (चयनित मरीजों में), नेविगेशन/एक्स-रे की सहायता से।
तैयारी कैसे करें
- अपना पूरा मेडिकल इतिहास और सभी दवाएँ (ब्लड थिनर/हर्बल सहित) बतायें।
- धूम्रपान बंद करें और शुगर नियंत्रित रखें—घाव भरने में मदद मिलती है।
- डिस्चार्ज के बाद 24–48 घंटे तक सहारा देने के लिए किसी परिजन की व्यवस्था करें।
ऑपरेशन के दिन क्या होगा
- एनेस्थीसिया: अधिकतर प्रक्रियाएँ जनरल एनेस्थीसिया में होती हैं।
- इंसिजन: 1–3 छोटे चीरे (आमतौर पर 1–2 सेमी)।
- इमेजिंग: लाइव एक्स-रे/नेविगेशन से उपकरणों की सटीक स्थिति।
- क्लोजर: एब्ज़ॉर्बेबल टांके/स्टेपल; छोटा ड्रेसिंग।
रिकवरी और फिजियो
- कई मामलों में उसी दिन/अगले दिन चलना-फिरना शुरू
- आमतौर पर 48–72 घंटे बाद नहाना (डॉक्टर की सलाह अनुसार)
- फिजियो में पोश्चर, कोर स्ट्रेंथ और सुरक्षित झुकना/उठाना सिखाया जाता है
- डेस्क जॉब: प्रायः 1–2 सप्ताह; भारी काम: 4–8 सप्ताह (व्यक्तिगत रूप से भिन्न)
संभावित जोखिम (कम लेकिन संभव)
- इन्फेक्शन, ब्लीडिंग या ब्लड क्लॉट
- नसों की जलन/CSF लीकेज
- लक्षणों में आंशिक राहत या पुनरावृत्ति
- कम प्रतिशत में पुनः सर्जरी की आवश्यकता
आपके MRI, हड्डियों की मजबूती और समग्र स्वास्थ्य के आधार पर डॉक्टर फायदे-जोखिम की व्यक्तिगत चर्चा करेंगे।
तुरंत डॉक्टर से कब संपर्क करें
- नया कमजोरी/सुन्नपन या पेशाब-पाखाना पर नियंत्रण खोना
- तेज़ बुखार, घाव से लालिमा/पानी आना, या दर्द का तेजी से बढ़ना
- पैर में सूजन या अचानक साँस फूलना
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
क्या MISS हमेशा ओपन सर्जरी से बेहतर है?
हर समय नहीं। कई मामलों में MISS उत्तम है, पर जटिल विकृतियों, इन्फेक्शन या बहु-स्तरीय समस्याओं में पारंपरिक ओपन सर्जरी की जरूरत हो सकती है। निर्णय व्यक्तिगत होता है।
क्या बड़ा निशान रहेगा?
चीरे छोटे (अक्सर 1–2 सेमी) होते हैं और इस तरह दिए जाते हैं कि निशान कम दिखे। अधिकांश मरीज कॉस्मेटिक परिणाम से संतुष्ट रहते हैं।
दर्द से राहत कितने समय तक रहेगी?
जब दबाव का कारण ठीक से हटाया जाता है और रिहैब का पालन किया जाता है तो अधिकतर मरीजों को दीर्घकालिक लाभ मिलता है। लंबे समय के लिए जीवनशैली और पोश्चर महत्वपूर्ण हैं।
अगला कदम
यदि लगातार पीठ/टांग में दर्द, सुन्नपन या कमजोरी है, तो क्लिनिकल जाँच और MRI का मिलान करके यह तय किया जा सकता है कि मिनिमली इनवेसिव स्पाइन सर्जरी आपके लिए उचित है या नहीं।